what is ultrasound in hindi 3D & 4D Value अल्ट्रासाउंड

what is ultrasound in hindi
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what is ultrasound in hindi में जानेंगे। नमस्कार दोस्तों। स्वागत है। आपका हमारे हिंदी प्लेटफार्म सॉल्यूशन डैडी पर दोस्तों आज हम जानेंगे। whatultrasound कितने प्रकार के होते हैं। color (रंगीन) ultrasound kya hai in hindi. tvs (टीवीएस) ultrasound kya hai in hindi. 3D या 4D ultrasound kya hai. गर्भवती(pregnancy) का ultrasound कैसे होता है। और इसके नियम soft tissue ultrasound kya hai. ultrasound machine(अल्ट्रासाउंड मशीन) कैसे काम करती है। और इसके अलावा अल्ट्रासाउंड के बारे अत्यधिक  जानकारी इस हिंदी लेख में मिलेगी।

अल्ट्रासाउंडपूरे पेट की जांच (Whole Abdomen)
गर्भवती महिला की जांच (Foetal Well Being(FWB)
सॉफ्ट टिश्यू
ट्रांस वेजाईनल सोनोग्राफी (TVS)

अल्ट्रासाउंड क्या है। (what is ultrasound in hindi)

अल्ट्रासाउंड एक ऐसी तकनीक है। जिसके माध्यम से हम मानव शरीर के भीतरी अंगों का निरीक्षण या अवलोकन करते हैं। अल्ट्रासाउंड केवल एक रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिसनर(RMP Doctor) जिसने mbbs के बाद अल्ट्रासोनोग्राफी में पोस्ट ग्रेजुएशन या डिप्लोमा किया हो। Ultrasound के द्वारा मानव शरीर के बहुत सारे अंगों का टेस्ट किया जाता है।

ultrasound से सबसे ज्यादा पूरे पेट की जांच की जाती है। जिसमे kidney, liver, gallbladder, spleen, urine bladder, prostate, uterus और ovary जैसे अंगों का गहन अध्ययन किया जाता है। उपरोक्त अंगों में आई कमी को देखने के लिए भी हम अल्ट्रासाउंड का उपयोग करते हैं। अभी हमने जाना what is ultrasound in hindi.

Ultrasound मशीन क्या है। What is Ultrasound Machine?

Ultrasound मशीन एक प्रकार का यंत्र है। जिसके द्वारा ultrasonography को परफॉर्म किया जाता है। अल्ट्रासाउंड मशीन एक कंप्यूटर यंत्र की तरह प्रतीत होती है। इसमें एक मॉनिटर, सीपीयू, प्रिंटर और बॉडी को स्कैन करने के लिए प्रोब्स (probes) होती हैं। इन मशीनों में बैकग्राउंड ऑपरेटिंग सिस्टम के तौर पर विंडोज या linux काम करती है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम के ऊपर ultrasound UI काम करती है। जिसमे सारे कमांड रहते हैं। एक 3D या 4D ultrasound मशीन में कम से कम चार probes अटैच होती हैं जो निम्नलिखित हैं। दोस्तों आप what is ultrasound in hindi लेख पढ़ रहे हैं।

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  • कन्वेक्स प्रोब (convex probe)- यह प्रोब सबसे ज्यादा इस्तेमाल में लाई जाती है। इसके नाम के अनुसार यह प्रोब कर्व के आकार में मुड़ी हुई होती है इस प्रोब से 2D ultrasound किए जाते हैं। जो सारे जनरल ultrasound होते हैं। दोस्तों आप what is ultrasound in hindi लेख पढ़ रहे हैं।
  • लीनियर प्रोब (Linear probe)- इस प्रोब का इस्तेमाल सबसे ज्यादा सॉफ्ट टिश्यू अल्ट्रासाउंड करने में किया जाता है। इसके नाम के अनुसार यह प्रोब सपाट होती है। इस प्रोब के द्वारा आर्टरी और वेन देखी जाती हैं। जो सामान्यता लाल और नीले रंग से प्रदर्शित होती है।
  • हाई फ्रीक्वेंसी प्रोब ( High Frequency Probe)-हाई फ्रीक्वेंसी प्रोब के माध्यम से 3D या 4D ultrasound होते हैं। यह वजन में और प्रोब्स की तुलना में भारी होती है। और ज्यादा तेज वाइब्रेट करती है इस प्रोब से ज्यादातर अल्ट्रासाउंड level 2 pregnancy (लेवल 2 प्रेगनेंसी) के होते हैं। इस ultrasound के माध्यम से गर्भ में पल रहे बच्चे के अंगों की जांच की जाती है। चूंकि इससे 4D ultrasound होते हैं। इस लिए इस प्रोब से काफी हद तक एक साफ तस्वीर बन जाती है। दोस्तों आप what is ultrasound in hindi लेख पढ़ रहे हैं।
  • टीवीएस प्रोब (TVS Probe)- टीवीएस (trans vaginal sonography) प्रोब के माध्यम से uterus की जांच की जाती है। यह प्रोब एक पतले सिलेंडर की आकार की होती है। इस प्रोब का इस्तेमाल सबसे ज्यादा लेडी डॉक्टर करती हैं।
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अल्ट्रासाउंड का सिद्धान्त। (Mechanism Of Ultrasound)

उपरोक्त हेडिंग what is ultrasound in hindi में अपने पढ़ा इसके नाम के अनुसार अल्ट्रासाउंड ध्वनि तरंगों के सिद्धांत पर काम करता है। ultrasound machine में लगी प्रोब एक धीमी डेसीबेल की ध्वनि प्रोड्यूस्ड करती हैं। जैसे ही प्रोब को मानव शरीर के संपर्क में लाया जाता है। तो प्रोब से निकली ध्वनि तरंगें मानव शरीर के अंग से टकराकर वापस आती है।

तो प्रोब उनको रिसीव करके मशीन के सीपीयू को भेजती है। जहां प्रोब द्वारा लाए गए डाटा का विश्लेशन होता है। और एक पिक्चर या फिल्म बनती है। जो काफी हद तक शरीर के अंदर मौजूद अंग के समान होती है। जिसको सिर्फ एक प्रोफेशनल डॉक्टर ही समझ सकता है।दोस्तों आप what is ultrasound in hindi लेख पढ़ रहे हैं।

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अल्ट्रासाउंड के प्रकार। (Types Of Ultrasound)

  • Whole Abdomen (पूरे पेट की जांच)।-इस अल्ट्रासाउंड के अंतर्गत पूरे पेट की जाच की जाती है। जिनमे मूलतः लीवर, गुर्दा, स्प्लीन, ब्लैडर, युटेरस,ओवरी और आंत की जांच की जाती है। इस अल्ट्रासाउंड को करने से पहले सोनोलोजिस्ट आपको भर पेट पानी पीने को कहते हैं। जिससे अन्दर के अंग साफ़ साफ़ दिखाई दें। इस अल्ट्रासाउंड के अंतर्गत और भी बहुत सारी जांचें होती हैं। जैसे रसौली, सिस्ट, बायोप्सी और कैंसर जैसी जांचें की जाती हैं।दोस्तों आप what is ultrasound in hindi लेख पढ़ रहे हैं।
  • Foetal Well Being- अब हम जानेंगे। FOETAL WELL BEING ULTRASOUND क्या होता है। इस अल्ट्रासाउंड के अंतर्गत गर्भवती महिला के गर्भ में पल रहे भ्रूण की जांच होती है। जिसमे भ्रूण के आकार और बजन के आधार पर बच्चे की डिलीवरी की अनुमानित तारीख पता चल जाती है। गर्भ में पल रहे बच्चे की छवि भी बन जाती है। जिससे यह पता चलता है बच्चा उल्टा तो नही। बच्चे के गले में नाल तो नही है। इस जाँच को करने के लिए गर्भवती महिला से एक फार्म भरवाया जाता है। जिसे फार्म F(FORM F) कहते हैं। फॉर्म F में महिला से सारी  जानकारी ली जाती है।
    • और उस महिला से एक संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर लिए जाते हैं। जिस पर लिखा होता है। मेरा अल्ट्रासाउंड डॉ  नाम ने किया है। और मुझे गर्भ में पल रहे बच्चे के लिंग के बारे में नहीं बताया गया है। हर अल्ट्रासाउंड सेंटर पर यह बोर्ड आपने  अवश्य देखा होगा। “भ्रूण का लिंग प्रकट करना बिधि के अधीन प्रतिषिद्धः है” ।अब आप समझ गए होंगे के FORM F क्या होता है।दोस्तों आप what is ultrasound in hindi लेख पढ़ रहे हैं।
  • Follicular Study- इस जांच के अंतर्गत ओवरी में बने अंडे की जांच की जाती है। जिसमे यह देखा जाता है की FOLLICAL (अंडा) कब फूट रहा है। यह जांच 5-6 दिन तक चलती है।
  • TVS(Trans Vaginal Sonography)- TVS अल्ट्रासाउंड में ज्यादातर युटेरस की जांच की जाती है।
  • Level Ⅱ pregnancy 3D/4D- इस अल्ट्रासाउंड LEVEL Ⅱ और 3D/4D बिलकुल FWB की तरह ही होते हैं। इन जांचों के अंतर्गत भ्रूण की अच्छे से जांच की जाती है। भ्रूण के सारे अंग बन गए या नही और भ्रूण की धड़कन कैसी है। इत्यादि।
  • Ultrasound For Cranial-अल्ट्रासाउंड फॉर क्रेनिअल में हम मस्तिस्क की जांच करते हैं। यह जांच ज्यादातर बच्चों में की जाती है। नार्मल डिलीवरी के दौरान अगर बच्चे का सर दब जाता है। तो उसके मस्तिस्क में सूजन आ जाती है। जिसको चेक करने के हम अल्ट्रासाउंड फॉर क्रनिअल करते हैं।
  • Scrotum- यह जांच पुरुषों में होती इस जांच के अंतर्गत पुरुषों के अन्डकोशों की जांच की जाती है।
  • Hernia- यह जांच आंत के लिए की जाती है। जिसको आम भाषा में आंत उतरना भी कहते हैं।
  • Liver Abses- यह जांच अल्ट्रासाउंड द्वारा की जाती है। इसमें हम यकृत में मौजूद ABSES या PUS देखा जाता है। और निकला जाता है। यह सिर्फ एक रजिस्टर्ड सोनोलिजिस्ट ही कर सकता है।

निष्कर्ष।

दोस्तों अपने  what is ultrasound in hindi लेख पढ़ा आशा करता हूँ। कि आप अल्ट्रासाउंड के बारे में काफी जानने को मिला होगा। अगर आपका इस लेख से सम्बन्धित कोई नही प्रश्न हो तो हमें मेल या CONTACT US पर संपर्क करें। धन्यबाद।

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