Caripill Tablet Uses in Hindi: कैरिपिल की जानकारी, लाभ, फायदे, उपयोग, साइड इफेक्ट्स
Caripill Tablet Uses in Hindi में आज जानेंगे इस दवा का इस्तेमाल क्यूँ किया जाता है। और कैरीपिल में कौन कौन सी दवाई पाई जाती है। कैरिपिल की कीमत के बारे में जानेंगे। इस के क्या क्या इस्तेमाल है आज साड़ी जानकारी विस्तार में जानेंगे। इस दवाई के और brand भी मार्किट में आते हैं। उसके बारे में भी जानेंगे।
दवा का नाम (Drug Name) | Caripill Tablet |
दवा का प्रकार (Drug Type) | टेबलेट |
रचना (Composition) | कैरिका पपाया रस |
निर्माता (Manufacturer) | माइक्रो लैब लिमिटेड |
उपयोग (Uses) | डेंगू, लीवर मजबूत करने के लिए, प्लेटलेट्स बढाने के लिएi |
डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन | आवश्यक नहीं |
मूल्य (Price) | 567 एमआरपी |
Table of Contents
Caripill Tablet Uses in Hindi (विवरण)
कैरिपिल दवाई को माइक्रो लैब्स लिमिटेड कंपनी द्वारा बनाया जाता है। इस दवाई में कैरीका पपाया पत्ति का जूस होता है। जो कि एक स्पाइन प्रोटियॉलिटिक सिंथेटिक प्रोटीन होता है। इस एंजाइम से गंभीर से गंभीर पाचन विकार तथा अपच में इस्तेमाल किया जाता है। कैरीका पपाया बसा तथा कार्बोहाइड्रेट को पचाने में मदद करती है। कैरीका पपाया पत्ती अल्सर से मुकाबला करने में भी सहायता प्रदान करती है। इसका ज्यादातर इस्तेमाल डेंगू के बुखार में किया जाता है इस बुखार में प्लेटलेट्स अचानक से गिरने लगती हैं। जो कि हमारी रुधिर कणिकाओं में से एक कड़ी है।
यदि प्लेटलेट्स कम होने लगे तो यह खून का थक्का नहीं बना पाते जिससे हमारे शरीर में कमजोरी पैदा हो जाती है। डेंगू Aedes aegypti नामक मच्छर के कारण होता है डेंगू बुखार में मुंह पर दाने, जोड़ों में दर्द मांसपेशियों में दर्द होता है। इस दवाई को चिकित्सक की सलाह के बिना नहीं लेना चाहिए अन्यथा की स्थिति में इसके बुरे प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं। यदि आपको डेंगू के लक्षण आते हैं तो तुरंत ही चिकित्सक की सलाह लें खुद से कभी भी इलाज ना करें घातक हो सकता है। Caripill Tablet Uses in Hindi में इसके इस्तेमाल जानेंगे।
कैरिपिल कैसे काम करती है
कैरिपिल टेबलेट में कैरीका पपाया पत्ती का जूस होता है। जोकि पाचन क्रिया में बहुत सहायता प्रदान करता है जिससे पाचन क्रिया दुरुस्त हो जाती है। और हमारे शरीर में न्यूट्रिएंट्स की मात्रा बढ़ने लगती है जिस कारण हमारे इम्यून सिस्टम को बहुत फायदा पहुंचता है। और हमारी प्लेटलेट्स में बढ़ोतरी होने लगती है इसलिए कैरीका पपाया एक्सट्रैक्ट का इस्तेमाल डेंगू में किया जाता है। इससे गिरी हुई प्लेटलेट्स अकाउंट बढ़ने लगती हैं। जिससे मरीज अच्छा फील करता है और उसके लक्षण भी खत्म होने लगते हैं।
यदि आपको डेंगू के लक्षण आते हैं। तो तुरंत ही चिकित्सक को दिखाएं कैरीका पपाया एक्सट्रैक्ट के के कई सारे ब्रांड आते हैं। जिसमें से कैरिपिल एक है कैरिपिल को माइक्रो लैब्स लिमिटेड द्वारा बनाया जाता है। एक पत्ते में कैरिपिल की 15 गोलियां होती हैं। जिसकी कीमत ₹520 है। Caripill Tablet Uses in Hindi में इसके इस्तेमाल जानेंगे।
Caripill Tablet Uses in Hindi (इस्तेमाल)
कैरिपिल का इस्तेमाल कई सारी बीमारियों में किया जाता है। इसका इस्तेमाल ज्यादातर पेट से संबंधित बीमारियों में किया जाता है। और डेंगू में कम हुई प्लेटलेट्स को बढ़ाने में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। कैरिपिल के और इस्तेमाल निम्नलिखित हैं।
- कैरिपिल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल पेट से संबंधित बीमारियों में किया जाता है। जिसमें कैरिपिल पाचन शक्ति को बढ़ाने में इस्तेमाल किया जाता है।
- कैरिपिल कार्बोहाइड्रेट्स तथा बसा को ब्रेक डाउन करके इनका पाचन करता है। जिससे हमारे पेट की पाचन क्रिया तेज हो जाती है। और हमारी बॉडी में न्यू ट्रेंस की मात्रा बढ़ जाती है।
- कैरीका पपाया में पपाईन नामक एंजाइम पाया जाता है। जोकि पाचन क्रिया में सहायता करता है।
- कैरिपिल का इस्तेमाल डिस्पेप्सिया में किया जाता है।
- कैरीका पपाया पत्ती का जूस का इस्तेमाल लंबे समय से हुई अपच और ब्लोटिंग जैसी समस्या में किया जाता है।
- कैरीका पपाया पत्ती का जूस प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाता है जिससे डेंगू के उपचार में मदद मिलती है।
दुष्प्रभाव (Caripill Tablet के साइड इफेक्ट्स)
अभी अपने Caripill Tablet Uses in Hindi में इसके इस्तेमाल जाने। इस दवा को न्यूट्रीशन के तौर पर लिया जाता है इसलिए यह सुरक्षित दवा है। क्योंकि इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं है। यदि आप इसको चिकित्सक की सलाह से लेते हैं। तो ज्यादा बेहतर है, खुद से लेने के बाद इस दवा के यदि इंप्रूवमेंट नहीं आते हैं या आप कोई परेशानी महसूस करते हैं तो तुरंत ही अपने चिकित्सक से सलाह लें।
खुराक (Dose)
इस दवा को वजन और उम्र के हिसाब से अलग-अलग डोज में दिया जाता है वयस्कों में इसकी खुराक एक एक गोली सुबह शाम है। तथा बच्चों को इसके ड्रॉप्स दिए जाते हैं। और 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को इसकी एक गोली दिन में एक बार दी जाती है। ज्यादा जानकारी के लिए चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
कैरीपिल के अलग प्रोडक्ट्स
कैरीपिल में कैरीका पपाया पति का अर्क पाया जाता है कैरीका पपाया पति का अर्क और भी अलग ब्रांड में आता है। जिसको अलग-अलग कंपनियों द्वारा बनाया जाता है। इसकी सूचना निम्नलिखित है।
S. NO. | BRAND NAME | COMPANY | MRP (INR) |
1 | CARIPILL | MICRO LAB LIMITED | 480₹ |
2 | PLATENZA | HIMALAYA | 100₹ |
3 | CARIFORD | LEEFORD | 350₹ |
4 | PLATIGEN | LEEFORD | 350₹ |
5 | CARIPEP | GIOSUN | 645₹ |
पूछे जाने बाले प्रश्न
प्रश्न- caripil का उपयोग क्या है?
उत्तर- कैरिपिल टेबलेट में कैरीका पपाया पत्ती का जूस होता है। जोकि पापाइन एंजाइम का कृत्रिम रूप है। कैरिपिल टेबलेट पाचन शक्ति को मजबूत बनाती है। तथा कार्बोहाइड्रेट और बसा को पचाने में मदद करती है इसके और उपयोग जानने के लिए Caripill Tablet Uses in Hindi पढ़ें।
प्रश्न- मुझे कैरीपिल कब खाना चाहिए?
उत्तर- यदि आपको पुराने समय से अपच की समस्या बनी हुई है यह आपका पाचन क्रिया सही नहीं है। तब आप कैरिपिल की गोली ले सकते हैं इसका इस्तेमाल प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने में भी किया जाता है। खास तौर पर उसका इस्तेमाल डेंगू के बुखार में किया जाता है।
प्रश्न- क्या कैरीपिल के दुष्प्रभाव हैं?
उत्तर- कैरिपिल एक नेचुरल प्रोडक्ट है इसलिए इसके दुष्प्रभाव ना के बराबर हैं। यदि आपको कैरिपिल की टेबलेट लेने के बाद कोई समस्या आती है तो तुरंत ही चिकित्सक से सलाह लें। आप कैरिपिल टेबलेट को लेने से पहले चिकित्सक से जानकारी ले सकते हैं। इसके बारे में जानने के लिए Caripill Tablet Uses in Hindi पढ़ें।
- प्रश्न- डेंगू में कौन सी दवाई लेनी चाहिए?
- उत्तर- डेंगू मच्छर के काटने से शरीर में डेंगू रोग या डेंगू बुखार हो जाता है। जिसमें हमारे रुधिर में मौजूद प्लेटलेट्स जोकि खून का थक्का बनाने में काम आती है तथा हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करती हैं। इनकी संख्या कम हो जाती है। प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने के लिए कैरिपिल टेबलेट का इस्तेमाल किया जाता है।
- प्रश्न- प्लेटलेट बढ़ाने की कौन सी दवा है?
- उत्तर- प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए आप कैरिपिल या कैरीका पपाया लीफ का जूस ले सकते हैं। यह पाचन शक्ति को मजबूत बनाता है तथा प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही साथ आप बकरी का या गाय का दूध ले सकते हैं। यह इम्यूनिटी पावर को बढ़ाता है। इसके बारे में जानने के लिए Caripill Tablet Uses in Hindi पढ़ें।
- प्रश्न- प्लेटलेट्स कम होने के क्या लक्षण होते हैं?
- उत्तर- यदि शरीर में अचानक प्लेटलेट्स कम हो जाएं तो हमें बहुत सारे लक्षण दिखाई देते हैं। जिसमें सबसे प्रमुख है। बुखार का आना तथा जोड़ों में दर्द कभी-कभी यह उल्टी का कारण तथा घबराहट पैदा करता है। प्लेटलेट्स गिरने से व्यक्ति बहुत ज्यादा कमजोर और अनकॉन्शियस हो जाता है।
- प्रश्न- डेंगू में प्लेटलेट्स कितने दिन तक गिरती है?
- उत्तर- यदि किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाए तो उसका सबसे प्रमुख लक्षण उस व्यक्ति की प्लेटलेट्स कम होना शुरू हो जाती हैं। और यह 25 से 30,000 तक पहुंच जाती हैं यदि इसका इलाज समय पर नहीं कराया गया तो मरीज की जान को भी खतरा बना रहता है। इसके बारे में जानने के लिए Caripill Tablet Uses in Hindi पढ़ें।
- प्रश्न- क्या डेंगू में चावल खा सकते हैं?
- उत्तर- डेंगू के लक्षण दिखाई देने पर और डेंगू की पुष्टि हो जाने पर आप कार्बोहाइड्रेट और वसा का सेवन कम करें। जिससे शरीर की पाचन क्रिया सही रहेगी। डेंगू के मरीज को चावल का कम सेवन करना चाहिए।
- प्रश्न- प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए कौन सा जूस पीना चाहिए?
- उत्तर- प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए आप फलों का जूस पी सकते हैं। इसके लिए सबसे प्रमुख कैरीका पपाया की पत्ती का जूस है। जिसके सिरप और गोलियां बाजार में अलग-अलग ब्रांड नेम से उपलब्ध है। जिसका सेवन करके आप प्लेटलेट्स को बढ़ा सकते हैं।
- प्रश्न- क्या 75000 प्लेटलेट काउंट खतरनाक है?
- उत्तर- डेंगू मरीज की प्लेटलेट्स बहुत तेजी से गिरती है। जोकि डेढ़ लाख से नीचे 75000 या इससे नीचे चली जाती हैं यह जानलेवा हो सकता है। ज्यादा जानकारी के लिए चिकित्सक की सलाह अवश्य लें। इसके बारे में जानने के लिए Caripill Tablet Uses in Hindi पढ़ें।
निष्कर्ष
दोस्तों। इस लेख Caripill Tablet Uses in Hindi में हमने इसके इस्तेमाल जाने। इसके साथ साथ इसके दुष्प्रभाव और डोज को भी जाना। आशा करता हूँ। यह लेख आपको अच्छा लगा होगा। इस लेख से सम्बंधित आपका कोई प्रश्न या सुझाव हो। तो निःसंकोच हमसे संपर्क करें। ज्यादा जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया एकाउंट्स को लाइक और फॉलो करें। धन्यबाद।
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